छात्रों की पहचान बनेगा अपार कार्ड, प्राथमिक और मध्य विद्यालय के छात्रों बनाना अनिवार्य



“वन नेशन वन कार्ड” योजना के तहत झारखंड के सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के छात्रों का अपार आईडी कार्ड बनाना अनिवार्य किया गया है। इसकी जानकारी देते हुए अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि  इस आईडी कार्ड में बच्चों का पूरा शैक्षणिक डेटा उपलब्ध होगा, जिससे छात्रों के स्थानांतरण के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। बता दें कि यह बिलकुल डीजीलॉकर की तरह है जिसमें लोग अपना सारा डॉक्युमेंट सुरक्षित रखते हैं। अपार कार्ड में एक बार आईडी नंबर जारी होने पर यह स्वचालित रूप से डिजीलॉकर में अपलोड हो जाएगा, और छात्र का डेटा हमेशा ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा।
हालांकि इस प्रक्रिया में कई तकनीकी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि अपार आईडी कार्ड बनाने के लिए बच्चों का आधार कार्ड होना जरूरी है और इसके लिए जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। कई बच्चों के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है, जिसके कारण उनका आधार कार्ड बनाना मुश्किल हो रहा है। इस स्थिति के कारण गरीब छात्रों के लिए अपार आईडी कार्ड बनवाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
इसके अलावा कुछ बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट नहीं हो पाई है, जिससे उनका आईडी नंबर जारी नहीं हो पा रहा है। इसके कारण छात्रों के स्थानांतरण में भी परेशानी हो रही है, क्योंकि एक स्कूल से दूसरे स्कूल में प्रवेश के समय उनका परमानेंट एजुकेशन नंबर (PEN) सक्रिय नहीं हो पाता। शिक्षकों ने अवकाश रद्द करके इस कार्य को पूरा करने का प्रयास किया है, लेकिन जब तक इन समस्याओं को हल नहीं किया जाता, तब तक इसे पूरा करना आसान नहीं होगा।
View Counter
1,499,950
Views