भारत में पाँच साल से कम उम्र के 43.5 प्रतिशत बच्चे एवं 50 प्रतिशत महिलाएँ कुपोषण एवं अनीमिया (रक्त की कमी) का शिकार हैं. वहीँ एक ताज राष्ट्रीय पोषण सर्वेक्षण के अनुसार, झारखण्ड के 42.9 प्रतिशत बच्चे क..
गाँव वालों के लिए यह देशी हॉर्लिक्स है
ग्रामीण आजीविका पर लम्बे समय से काम कर रही संस्था सी डब्लू एस की मान्यता रही है कि विवि..
झारखंड जितना खनिज संपदा से परिपूर्ण है, उतना ही पर्यटन स्थलों के लिए भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। राज्य में ऐस..
गाँव में घुसते हीं एक घर के बाहर हरे कपड़े से घिरे जमीन के टुकड़े पर नजर पड़ती है, पास जा कर देखा तो उस बाड़ के अन्दर की जमीन पर कई मौसमी सब्जियों के पौधे लगे थे, बैंगन, लहसुन, मकई, गोभी, मिर्च, प्याज ..