प्रशासन के कान खड़े, जारी किया हेल्पलाइन नंबर
झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मंईयां सम्मान योजना से लाभान्वित महिलाएं जहां प्रसन्न हैं, वहीं साइबर अपराधियों की नजर भी इस योजना पर है। इस योजना के तहत ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। मिली खबर के मुताबिक साइबर अपराधी महिलाओं को योजना का पैसा दिलाने के नाम पर ठगी के लिए फोन कर रहे हैं। हाल ही में 27 फरवरी को मंईयां सम्मान योजना और किसान समृद्धि योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले 12 आरोपियों को देवघर से गिरफ्तार किया गया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने उनके पास से 17 मोबाइल फोन, 23 सिम कार्ड और 11 प्रतिबंधित टारगेटेड सिम जब्त किये।
फर्जी कॉल से रहें सावधान
साइबर अपराधी लाभार्थियों को फोन कर बैंक डिटेल्स और पैसे मांगते हैं। ध्यान रखें, योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी तरह का भुगतान नहीं करना पड़ता है । यदि कोई अज्ञात व्यक्ति फोन कर आपसे पैसे या बैंक की जानकारी मांगता है, तो तुरंत सतर्क हो जाएं और कोई भी जानकारी साझा न करें। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी स्पष्ट किया है कि योजना से जुड़ा कोई आधिकारिक फोन कॉल नहीं किया जाता। साइबर ठग व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से फर्जी लिंक भेजकर जाल में फंसाने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे किसी भी अनजाने लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि ऐसा करते ही आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है।
साइबर ठगी की तुरंत रिपोर्ट करें
अगर आपको कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज प्राप्त होता है, तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। साइबर अपराध से संबंधित किसी भी सूचना को आप मोबाइल नंबर 9798302117 पर गुप्त रूप से साझा कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आप साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in वेबसाइट पर जाकर रिपोर्ट दर्ज कराये। पुलिस आपकी पहचान गोपनीय रखेगी और उचित कार्रवाई करेगी।