कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की लगातार सक्रिय हैं और कृषि और पशुपालन क्षेत्र में राज्य कैसे विकास करे, इसको लेकर लगातार समीक्षा भी कर रही हैं। इसी क्रम में रांची के होटवार स्थित मेधा डेयरी प्लांट का औचक निरीक्षण करने पहुंच गयीं। मंत्री ने मेधा के उत्पाद को राज्य के अंदर ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों तक पहुंचाने की बात कही।
मंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में बिचौलिये सक्रिय हैं। ऐसे में पशुपालक किसानों को दूध का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने राज्य में मिल्क कलेक्शन सेंटर में इजाफा करने की बात कही। ताकि बिचौलियों के सिंडिकेट को समाप्त कर पशुपालकों से उचित मूल्य पर दूध एकत्रित किया जा सके। तिर्की ने कहा कि वर्तमान में तीन लाख लीटर दूध कलेक्शन हो रहा है, लेकिन बाजार की मांग 10 लाख लीटर प्रतिदिन है। बाजार के डिमांड को दूसरी कंपनियां पूरी कर रही हैं।
मंत्री ने कहा कि पशुपालन के जरिये महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बन सकती हैं। मंत्री ने बताया कि मांडर की एक महिला 2016 से पशुपालन से जुड़ी है। आज वह दूध बेचकर प्रति माह दो लाख रुपये तक का आय हासिल कर रही है। इस दौरान उन्होंने कैटल फीड प्रोडक्शन का भी जायजा लिया।