हेमंत ने दिया 'मंईयां' को सम्मान, 56.61, 791 महिलाओं के खातों में1415.44 करोड़ ट्रांसफर



मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 6 फरवरी को अपना पहला चुनावी वादा पूरा कर दिया. उन्होंने नामकुम के खोजा टोली आर्मी मैंदान में मंईयां सम्मान योजना में शामिल 56.61, 791 महिलाओं के बीच 1415.44 करोड़ की राशि किया ट्रांसफर की..इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने कहा कि इस राज्य से पिछड़ापन का कालिख को पोंछना है. देश आजाद और बाद में कई प्रतिष्ठान लगे, मगर इससे इस राज्य का भला नहीं हो पाए. मगर जनता गरीब होते चले गए, अमीर, अमीर होते चले गए. यहां के बैंको का रूख झारखंड वासियों के लिए भेदभावपूर्ण रहा. यहां का जमा पैसा को बड़े-बड़े उद्योग, उद्यमी और पूंजीपतियों को दे दिया जाता है. इसलिए बैंक अपने कार्यसंस्कृति को सुधारें. घर बनाने के लिए, पढ़ने के लिए, व्यापार के लिए लोन नहीं मिलेगा तो कैसे चलेगा. सरकारी अनाज छोड़कर अपना उपजाया हुआ अनाज खाने की आदत डालें, तब इस राज्य को आगे बढ़ने से कोई नहीं सकता है. हमारी सरकार हर स्तर पर आर्थिक मदद कर रही है. जिससे आप आत्म निर्भर बन सकते हैं. आज बड़े चील-कौवे घुमते हैं, सावधान रहें. हमें पता है कि महिलाएं जुआ नहीं खेलती हैं. राज्य को छोड़ो देश में जो महिलाओ को नजर अंदाज करेगा, वह सत्ता में कभी नहीं आएगा. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की फिर बहुत जल्द ही सरकार आपके द्वार कार्यक्रम शुरू होगा. आपकी हर समस्या को दूर करेंगे.

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाए बिना भारत कभी विश्व गुरू नहीं बनेगा

उन्होंने कहा कि यह राज्य ने पूरे देश का पेट भरने का काम किया. मगर पता नहीं किसकी नजर इस राज्य के लोगों को लगी कि लोगो को भूखे पेट एवं नंगे बदन रहना पड़ा. देश और राज्य में कई कानून एवं नीतियां बनीं. मगर देश आजादी के बाद भी इस देश का गरीबी खत्म हुई, न महिलाएं सशक्त हो पायीं. आज यह बहुत बड़ा चिंता का विषय है. हम विकसित राज्य और देश की परिकल्पना करते हैं. हम देश को विश्व गुरू बनाने और पहुंचाने का संकल्प लेते हैं मगर यह बहुत विचित्र स्थिति है. जब हमारी आधी आबादी गरीब है तो यह कैसे संभव है. आज महिला एवं पुरूष एक साथ कंधे से कधे मिलकार एक साथ काम करने की क्षमता रखते हैं मगर महिलाओं को वह ताकत और रास्ता नहीं मिला. ये महिलाएं, हमारी माता, बहने देश और राज्य के विकास में अहम हिस्सेदारी निभा सकते हैं. यह हल और बैल के समान है, इसलिए दोनों को साथ चलना जरूरी है. इसलिए देश और राज्य का विकास महिलाओं के बिना कतई नहीं हो सकता है. आज जो कदम मैंने उठाया है, उस कदम को आज पूरे देश में सरकारे शुरू करने को विवश हो चुके हैं. आज होड़ मच गयी है कि कौन कितना सशक्त बना सकता है. 

आपने चुनाव में कमाल कर दिया, मुझ पर पुन: विश्वास करके

सीएम ने  कहा कि विगत चुनाव में कमाल ही कर दिया. इसके लिए कोटी-कोटी धन्यवाद. जो सम्मान मुझे दिया. मैंने वादा किया था कि आधी आबादी को उनका हक एवं अधिकार और सपनों को पूरा करने का काम करेंगे. आज उसी क्रम में ऐसा इतना बड़ा कदम उठाया है. आपके उपर घर परिवार , सास, ससुर और बच्चों की जिम्मेवारी होती है. मगर आज से मैंने इस राज्य का भी जिम्मा आपके गोद में डाला है. इस राज्य की विकसित राज्य की श्रेणी में लाने के लिए बड़ी भूमिका होने जा रही है. 

अब महिलाएं सपना भी देखेंगी और उसे पूरा भी करेंगी

उन्होंने कहा कि सरकार कई तरीके से गरीब-गुरबों को मदद करती है. लेकिन स्वतंत्र रूप से आप कोई सपना नहीं देख पाते हैं. आज हम एक ऐसी व्यवस्था दिया है, जब आप सपना भी देखेंगे ओर उसे पूरा करने की क्षमता भी रहेगा. उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब हम 1 हजार रूपया देना शुरू किया तो मेरा मजाक उड़ाया. उसके बाद खुद 21 सौ रूपए देने का झूठा वादा किया. जब हमने कहा कि 2500 रूपए देगे. हमसे पूछा गया कि कहां से लाएंगे पैसा. हमने कहा कि हम देंगे, जहां से आप लूटते रहे हैं. कई राजनीतिक दल झूठे वादे करते हैं, झूठे सपने दिखाते हैं. चुनाव आता तो स्टार प्रचारक उतारते हैं. वे लोग केवल पुरूष से ही पूछते थे कि किसे वोट करेंगे. मगर आपका यह विश्वास ही था कि आज यह सरकार बनी है.

गैस सिलिंडर और पौष्टिक तत्व खरीद सकती हैं महिलाएं 

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली भी हमने फ्री कर दिया. किताब-कॉपी, छात्रवृति भी दे रही है. मगर इसके  आगे क्या होगा, इसके बारे में सोच नहीं पा रहे थे. पांच किलो राशन से केवल पेट पालना, धोती-साड़ी से तन ढंकते थे. मगर आज इससे आगे बढ़ने की जरूरत है. आपके बच्चो को सरकार पढाऐेगे. आप इस पैसे से गैस सिलिंडर भी खरीद सकते हैं. किताब, कपड़ा, पेन खरीद सकते हैं. सरकार जो अब अनाज देती है, उसी पर जिंदा रहने की जरूरत नहीं. आप अपने लिए और बच्चों के लिए पौष्टिक तत्व खरीद सकते हैं. साइकिल जो मिलता है, उसे बेच दिया जाता है. अब इस पैसे से अपने साइिकल भी रखेगे. इस पैसे से आमदमी भी बढ़ा सकता है. इस पैसे से हर महीने दस-दस मुर्गी खरीदकर अंडा पैदा कर सकते हैँ. बाजार में बेचकर पैसे कमा सकती हैं. पैसे का मूल्य क्या होता है, वह महिलाओं से अधिक कोई नहीं समझ सकते हैं.

कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति

इस मौके पर वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर, आदिवासी कल्याण मंत्री चमरा लिंडा, श्रम एवं उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव, रामदास सोरेन, हफीजुल अंसारी, सुदिव्य कुमार सोनू, नेहा शिल्पी तिर्की, डा इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, योंगेद्र प्रसाद दीपक बिरूआ, सांसद जोबा मांझी डा महुआ माजी, विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन, विकास सिंह मुंडा, सुरेश कुमार बैठा, अमित महतो, राजेश कच्छप, रामचंद्र सिंह, ममता देवी,  सविता महतो,  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद पांडेय, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय,  पूर्व सांसद रामटहल चौधरी, मुख्य सचिव अलका तिवारी, डीजीपी अनुराग गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान मुख्य सचिव अविनाश कुमार, विभागीय सचिव मनोज झा सहित कई उपस्थित थे.
View Counter
1,499,950
Views