झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल (जेटीएसी) का गठन कर दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस काउंसिल में पदेन अध्यक्ष और अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा कल्याण विभाग मंत्री चमरा लिंडा को पदेन उपाध्यक्ष है। इस काउंसिल में पूर्व मुख्यमंत्रियों बाबूलाल मरांरी और चम्पाई सोरेन को भी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
पोटका विधायक संजीव सरदार, जिन्हें उन्हें परिषद का सदस्य नियुक्त किया गया है, उनके ऊपर राज्य की आदिवासी नीतियों में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसके अलावा परिषद में महेशपुर विधानसभा के विधायक प्रो स्टीफन मरांडी, शिकारीपाड़ा विधायक आलोक कुमार सोरेन, जामा विधायक और पूर्व मंत्री लुइस मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री और सरायकेला से भाजपा विधायक चंपाई सोरेन, जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू, मनोहरपुर विधायक जगत मांझी, खरसावां विधायक दशरथ गगराई, सुदीप गुड़िया, राम सूर्य मुंडा, राजेश कच्छप, जिगा सुसारन होरो, नमन विक्सल कोनगाड़ी, रामचंद्र सिंह के साथ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को भी सदस्य बनाया गया है। जोसाई मार्डी और नारायण मार्डी भी सदस्य के रूप में शामिल किये गये हैं। झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जनजातियों के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के लिए सुझाव देना और नीतियां तैयार करना है।