झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने झारखंड के 6 शहरों में मेडिकल कॉलेज और 5 शहरों में सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल की स्थापना किये जाने की जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री ने बजट सत्र में विधानसभा में चर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि धनबाद, देवघर, खूंटी, गिरिडीह, जामताड़ा और जमशेदपुर में पीपीपी मोड पर मेडिकल कालेज खोले जाएंगे। इन मेडिकल कॉलेज के खुलने से यहां के लाखों युवाओं को फायदा होगा। यहां तक कि बाहर के राज्यों के छात्रों की भी पढ़ाई हो सकेगी। वहीं धनबाद, जामताड़ा, देवघर, हजारीबाग तथा गोड्डा में सुपर स्पेशियलिस्ट अस्पताल की स्थापना की जाएगी। इस अस्पताल के खुलने से मरीजों की परेशानी दूर होगी। साथ ही दूसरे अन्य अस्पतालों का भार कम होगा।
विधायक अमित कुमार यादव ने अल्पसूचित प्रश्न के माध्यम से यह मामला उठाया था। उन्होंने कहा कि 25 वर्ष बीतने के बाद भी कोडरमा, चतरा, गिरिडीह, जामताड़ा, गोड्डा व साहेबगंज आदि जिला मुख्यालयों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना नहीं हो सकी है। उन्होंने हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना और सदर अस्पतालों में सुविधा बढ़ाये जाने की मांग की। इस पर मंत्री ने कहा कि कोडरमा में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। 38 फीसदी निर्माण कार्य हो चुका है। साथ ही उन्होंने छह शहरों में मेडिकल कॉलेज और पांच शहरों में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना किये जाने की घोषणा भी की। इसी दौरान मरीजों को रेफर किये जाने का भी मामला उठा। कहा गया कि मरीजों को सीधे रांची रेफर नहीं कर 108 एंबुलेंस से दूसरे अस्पतालों में भेज दिया जाता है। इससे मरीजों की जान पर संकट आ जाता है।
स्टीफन मरांडी ने 108 व्यवस्था सुधारने की मांग की। वहीं मनोज यादव ने कहा कि मरीजों के साथ पासिंग-पासिंग का खेला बंद किया जाये। इसी दौरान स्पीकर ने भी कहा कि इस व्यवस्था में सुधार होनी चाहिए। मंत्री सुदिव्य कुमार ने भी कहा कि इसकी नियमावली में संशोधन होना चाहिए। इस पर मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि 108 एंबुलेंस सेवा का जिम्मा नई एजेंसी को दिया गया है। कहा कि गंभीर मरीज को सीधे रिम्स नहीं भेजा जा सकता है। इसलिए यदि पहले नजदीकी अस्पताल में भेजा जाता है। इसके बाद डॉक्टर तय करते हैं कि मरीज को कहां भेजा जाये। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस की संख्या बढ़ाई जाएगी। जिस जगह पर मरीज को रेफर किया जाएगा, वहां पहुंचाया