बजट सत्र का अंतिम दिन भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या को लेकर हंगामें की भेंट चढ़ा



झारखंड विधानसभा के बजट सत्र अंतिम दिन गुरुवार को पहली पाली हंगामें भेंट चढ़ गया। सदन के केवल 10 मिनट ही चला। सदन की कार्यवाही 11.06 बजे शुरू होते ही भाजपा नेता सह पूर्व जिप सदस्य अनिल टाइगर की हत्या को लेकर सदन में खूब हंगामा हुआ। विपक्ष ने सरकार पर लॉ एण्ड आॅर्डर खराब होने का आरोप लगाकर हंगामा किया। वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष ने इस मामले को लेकर विपक्ष राजनीति करने का आरोप लगाया। दोनों ओर से आरोप - प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। इसके बाद विपक्ष वेल में आ गया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। वहीं सत्ता पक्ष के विधायक और मंत्री भी वेल में आ गये। विपक्ष के खिलाफ हंगामा करने लगे। स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने सभी को अपनी सीट पर वापस जाने और प्रश्नकाल चलने देने को कहा। लेकिन विधायक नहीं माने। कार्यवाही बाधित होता देखकर स्पीकर ने 11.08 बजे सदन की कार्यवाही 12.55 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दूसरी बार कार्यवाही 12.57 बजे शुरू हुई। प्रतिपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने अपनी बात रखी। स्पीकर ने विधायी कार्य संपादित कर सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायक विधानसभा परिसर में धरना पर भी बैठे। विधि व्यवस्था ठीक  करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

हमारी सरकार को अस्थिर करने का किया जा रहा प्रयास : सुदिव्य कुमार

गुरुवार को सदन की कार्यवाही दिन के 11.06 बजे शुरू हुई। कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने अपनी सीट रखी होकर एक साथ अनिल टाइगर की हत्या का मामला उठाया। सभी विधायक हत्याकांड का विरोध करने लगे। सीपी सिंह ने आसन पर आरोप लगाते हुए स्पीकर से कहा कि हत्यारी सरकार को संरक्षण देना बंद करें। इस पर मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि अपराध की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। क्या कारण है कि विधि व्यवस्था बिगाड़ने के लिए उत्तेजक कार्रवाई की जा रही है। ये राज्य सबका है। अकेले इनका नहीं है। यह राजतंत्र नहीं, लोकतंत्र है। राज्य के नागरिकों को आपस में लड़ाकर सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। हजारीबाग को केंद्र बिंदु बनाकर सब कुछ करने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। बेवजह हर मामले पर सरकार को बदनाम किया जाता है। उन्होंने हजारीबाग के जुलूस में हुए पथराव मामले पर कहा कि ऐसी क्या वजह है कि हर बार वहीं हर पर कुछ न कुछ अप्रिय घटना घटती है। उन्होंने इस तरह की घटना को साजिश करार दिया । इतना सुनते ही भाजपा विधायक वेल में घुस गये। इसके बाद सत्ता पक्ष के विधायक व मंत्री भी वेल में आ गये। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने 11.08 बजे सदन की कार्यवाही 12 बजकर 55 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

राज्य में बिगड़ा लॉ एण्ड आॅर्डर, थानों को वसूली का टारगेट : बाबूलाल मरांडी

सदन का कार्यवाही दोबारा 12 बजकर 57 मिनट में शुरू हुई। कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बुधवार को कांके थाना से महज 100-125 मीट की दूरी पर अनिल टाइगर की हत्या हो जाती है। पुलिस हत्या के बाद उनका चरित्र हनन में लगी है। अनिल टाइगर का लातेहार-कुड़ू की हत्या की घटनाओं से तार जोड़ा जा रहा है। मैनें अपनी ओर से इसकी पूरी जानकारी ली। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। रांची के पुलिस कप्तान सुनियोजित तरीके से मामले को कमजोर कर रहे हैं। लॉ एण्ड आॅर्डर बिगाड़ा है। डीजीपी के पास सीआईडी डीजी, एसीबी के डीजी और अघोषित रूप से स्पेशल ब्रांच के डीजी का भी प्रभार है। रांची के एसएसपी का डीजी में प्रमोशन हो गया है लेकिन वे एसएसपी के प्रभार में हैं। ऐसे में लॉ एण्ड आॅर्डर कैसे कंट्रोल हो सकता है। थाना को वसूली के लिए टारगेट दिया गया है। राज्य में शासन यदि इस प्रकार चलेगा तो कानून व्यवस्था दुरूस्त नहीं हो सकता है। अपराधी को जनता ने पकड़ा। पुलिस तमगा लेने के लिए कह रही है कि उन्होंने अपराधी को पकड़ा।  बाबूलाल ने कहा कि सदन में लॉ एंड आॅर्डर पर चर्चा होनी चाहिए।

राज्य में इससे बेहतर कानून व्यवस्था नहीं हो सकती : राधाकृष्ण किशोर

संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि सत्ता पक्ष, विपक्ष सहित राज्य की पूरी जनता ऐसी घटना को लेकर मर्माहत है। सरकार इसे दलीय आधार पर नहीं देखती। इसे मानवता के आधार पर देखती है। कोई भी दोषी बख्शा नहीं जायेगा। कठोर से कठोर कार्रवाई होगी। सरकार एक कदम पीछे नहीं हटेगी। एक कांड पर कानून व्यवस्था खत्म हो गयी है, मैं नहीं मानता हूं। राज्य में इससे बेहतर कानून व्यवस्था नहीं हो सकती है।
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