मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में स्वीडन और स्पेन की यात्रा पर जानेवाली टीम को केंद्र सरकार से पॉलिटिकल क्लियरेंस मिल गया है. यह दल 18 अप्रैल को रांची से विदेश दौरे के लिए रवाना होगा. दौरे को आर्गेनाइज करने के लिए पुणे की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी पायोनियर एक्जिविशन एंड कन्वेंशन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को 3.50 करोड़ प्लस जीएसटी का भुगतान किया जायेगा. इसके अलावा 25 लाख रुपए आकस्मिक, दैनिक व अन्य मदों पर खर्च किए जाएंगे इस तरह कुल 3.75 करोड़ प्लस जीएसटी, खर्च होगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में विदेश जानेवाला दल 19 से 27 अप्रैल तक स्वीडन और स्पेन के दौरे पर रहेगा. इस दौरे में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन, मुख्य सचिव अलका तिवारी समेत कुछ अन्य अधिकारी भी शामिल रहेंगे.
विदेश दौरे का उद्देश्य
उद्योग विभाग ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में स्वीडन और स्पेन की यात्रा के पीछे का उद्देश्य रेखांकित किया है. उसमें कहा गया है कि झारखंड में तरह तरह के खनिजों के अलावा कुछ दुर्भल खनिज हैं. जमशेदपुर वाहन उद्योग के क्षेत्र में अलग स्थान रखता है. यहां खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में काफी संभावनाएं है. इसके अलावा ईवी, पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं. विभाग का मानना है कि स्पेन पवन और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में 56 फीसदी हिस्सेदारी दे रहा है. साथ ही कृषि लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है.
विदेश दौरे से इन क्षेत्रों में झारखंड को उम्मीद
खनन, इस्पात और ईवी के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के अलावा निवेश आमंत्रित करना. आधुनिक प्रौद्योगिकी साझेदारी की पहचान करना. आदित्यपुर, बोकारो और संथालपरना में औद्योगिक क्षेत्रों के लिए निवेश की संभावना तलाशना. खदान सुधार और स्वच्छ ऊर्जा परियोजना में सर्वोत्तम प्रथाओं को सीखना. इच्छुक यूरोपीय निवेश के अवसर प्रस्तुत करना.
मुख्यमंत्री की टीम में कौन कौन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में 11 सदस्यीय टीम स्वीडन और स्पेन की यात्रा पर जायेगा. इसमें मुख्यमंत्री की पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन, मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, सेवानिवृत्त आईएफएस और टास्क फोर्स सस्टेनेबल जस्ट ट्रांजिशन के अध्यक्ष एके रस्तोगी, उद्योग सचिव अरवा राजकमल, जेएसएमडीसी के एमडी राहुल कुमार सिन्हा, निदेशक उद्योग सुशांत गौरव, एमडी जेआईआईडीसीओ वरुण रंजन, संयुक्त निदेशक उद्योग प्रणव कुमार पाल और मुख्यमंत्री के निजी सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार सिंह शामिल हैं. हालांकि इस टीम में कोई तकनीकी विशेषज्ञ नहीं है, जो ईवी, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और खान के क्षेत्र में महारत रखता हो.