रांची: झारखंड पुलिस मुख्यालय के द्वारा इमरजेंसी नंबर 112 के उपयोग और त्वरित सहायता के लिए एसओपी जारी किया गया है. झारखंड पुलिस मुख्यालय के द्वारा जिले के एसपी और राज्य अग्निशमन पदाधिकारी को निर्देश जारी करते हुए कहा गया हैं, कि भारत सरकार द्वारा स्थापित राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली के अंतर्गत आपातकालीन नंबर 112 के उपयोग और इसके तहत बेहतर और त्वरित सहायता प्रदान के लिए एसओपी तैयार किया गया है. इसको लेकर निर्देश दिया जाता है, कि इस एसओपी का अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे.
इन मुख्य बिंदुओं पर जारी किया गया एसओपी:
- सार्वजनिक सुरक्षा उत्तर केंद्र.
- संचालन प्रक्रिया.
- कॉल टेकिंग वर्कस्टेशन.
- डिस्पैचिन वर्कस्टेशन.
- समान/ डुप्लीकेट कॉल को हैंडल करना.
- कॉल ट्रांसफर.
- कॉल कॉन्फ्रेसिंग.
- कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल की भूमिका और जिम्मेदारियां.
- लंबित घटनाओं की निगरानी.
- चल रही कॉल की निगरानी.
- सिस्टम की निगरानी.
- ब्लैक लिस्टिंग.
- रिपोर्ट तैयार करना.
- मोबाइल डेटा टर्मिनल.
- रेस्क्यू ऑफिसर की भूमिका और जिम्मेदारियां.
- संचालन की शर्ते.
- केस हैंडलिंग.
- इवेंट प्राथमिकता.
- केस बंद करने के कारण.