झारखंड में अबुआ आवास योजना के तहत आवास निर्माण की रफ्तार धीमी है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2 लाख आवास निर्माण का लक्ष्य रखा गया था, जिसके विरुद्ध महज 28% यानी 55765 आवासों का काम पूरा हो पाया है।
खराब प्रदर्शन वाले जिले
लोहरदगा, गुमला, देवघर, सरायकेला-खरसावां, दुमका, साहेबगंज, गोड्डा, रांची, हजारीबाग, गिरिडीह, चतरा, गढ़वा, पलामू और पश्चिमी सिंहभूम जिले का प्रदर्शन खराब है। इन जिलों में लक्ष्य से काफी कम आवास बनाए गए हैं।
बेहतर प्रदर्शन वाले जिले
पाकुड़ जिले ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जहां 53% से अधिक आवास बनाए गए हैं। कोडरमा, खूंटी, रामगढ़, पूर्वी सिंहभूम, सिमडेगा, धनबाद, बोकारो, जामताड़ा और लातेहार जिलों में भी 30-50% आवास बनाए गए हैं।
आवास निर्माण की स्थिति
करीब 1.50 लाख आवास निर्माणाधीन हैं, जिनमें से अधिकांश लिंटल स्तर पर हैं। ग्रामीण विकास विभाग ने इसकी समीक्षा की है और अधिकारियों को जल्द से जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया है।
आवास निर्माण के लिए राशि
सरकार आवास निर्माण के लिए लाभुकों को 2 लाख रुपये की राशि चार किस्तों में दे रही है। इसके बावजूद भी आवास निर्माण में देरी हो रही है, जिससे लाभुकों का गृह प्रवेश नहीं हो पा रहा है।
देरी के कारण
अधिकारियों का कहना है कि बालू की समस्या भी देरी का एक कारण है। इसके अलावा, अन्य कई कारण भी हो सकते हैं जिनकी जांच की जा रही है।
आवास की विशेषताएं
अबुआ आवास योजना के तहत 31 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में आवास बनाया जा रहा है, जिसमें रसोई-बरामदा सहित तीन कमरों का आवास निर्माण कराया जा रहा है।
फैक्ट फाइल
- 2 लाख आवास निर्माण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन महज 28% काम पूरा हुआ है।
- 14 जिले खराब प्रदर्शन वाले हैं, जबकि 9 जिले बेहतर प्रदर्शन वाले हैं।
- करीब 1.50 लाख आवास निर्माणाधीन हैं।
- सरकार ने अधिकारियों को जल्द से जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया है।