राज्य में हो रही भारी वर्षा और संभावित बाढ़,जलभराव की गंभीर स्थिति को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने गुरुवार को आपात बैठक की। मंत्री ने सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, और संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है। कहा है कि मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनी के अनुसार, आगामी दिनों में तेज बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि और बाढ़ जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
रखी जा रही है स्थिति पर नजर
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। सभी जिलों को एडवाइजरी भेज दी गई है। विभाग की सभी टीमें पूरी मुस्तैदी से तैयार हैं। सबसे अहम है कि आमजन सचेत रहें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
विद्यालय बंद करने का सुझाव
जिन जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है, वहां के उपायुक्तों को विद्यालयों को अस्थायी रूप से बंद करने का सुझाव दिया गया है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सभी मीडिया चैनलों, पंचायत प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और जनसंपर्क माध्यमों से अनुरोध किया गया है कि यह एडवाइजरी व्यापक रूप से प्रचारित की जाए ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के प्रत्येक नागरिक तक समय रहते जानकारी पहुंच सके।
जारी की गई एडवाइजरी में दिए गए विशेष निर्देश
- बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें।
- जरूरी होने पर ही यात्रा करें और वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं।
- बिजली उपकरणों को प्लग से निकालकर सुरक्षित करें।
- मच्छरों से बचाव हेतु उचित उपाय अपनाएं।
- साफ पानी का उपयोग करें और खुले खाद्य पदार्थों से बचें।
- मौसम अलर्ट और प्रशासनिक सूचनाओं पर नजर बनाए रखें।
- एडवाइजरी में क्या नहीं करने का दिया निर्देश
- जलमग्न सड़क, पुल, अंडरपास या नालों में प्रवेश न करें।
- बाढ़ के पानी में तैराकी या खेलकूद न करें।
- जेनरेटर का उपयोग घर के अंदर न करें।
- गिरे हुए विद्युत तारों के संपर्क में न आएं – तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
- अत्यधिक बारिश के दौरान यात्रा या बाहरी गतिविधियों से बचें।