केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने झारखंड के गढ़वा में दो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं की कुल लागत 2,460 करोड़ रुपये है, जिसका उद्देश्य राज्य में सड़क कनेक्टिविटी में सुधार करना, रोजगार के अवसर पैदा करना और उद्योगों के विकास को बढ़ावा देना है। केंद्रीय मंत्री झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के स्वास्थ्य की भी कामना की। उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन से भी बात हुई है। झारखंड में कोई भी योजना अधूरी नहीं रहेगी। झारखंड में दो लाख करोड़ की सड़क परियोजनाएं संचालित की जाएंगी।
किसानों के लिए नई पहल, बनेगी बायो-सीएनजी
गडकरी ने कहा कि देश का किसान अब केवल अन्नदाता नहीं, बल्कि ऊर्जा दाता भी होगा। उन्होंने बताया कि झारखंड में धान की पैदावार होती है, और पुआल से बायो-सीएनजी बनाई जा सकती है। यह योजना यहां भी शुरू की जा सकती है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय का साधन मिलेगा।
तसर साड़ी और स्थानीय कला की सराहना
गडकरी ने झारखंड की तसर साड़ी और स्थानीय कला की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि इन साड़ियों में झारखंडी डिज़ाइन तैयार करने के लिए साहेबगंज और गोड्डा में कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। इनकी देशभर में भारी मांग है, और यहां कारीगरी और हुनर की कोई कमी नहीं है। जरूरत है तो बस प्रशिक्षण और प्रोत्साहन की।
जल संचयन और सड़क निर्माण
गडकरी ने अपने क्षेत्र की मिसाल देते हुए कहा कि उन्होंने तालाब बनाकर पानी की किल्लत को दूर किया और मिट्टी को सड़क निर्माण में लगाया। उसी मॉडल को झारखंड में लागू करने की योजना है, जिसके तहत 1,000 तालाब बनवाए जाएंगे ¹।
केंद्रीय परिवहन मंत्री ने की ये घोषणाएं
- टोरी-चंदवा मार्ग और गढ़वा-अंबिकापुर फोरलेन सड़क: गडकरी ने इन दोनों परियोजनाओं को मंजूरी दी, जो स्थानीय विधायक सत्येंद्र तिवारी और सांसद बीडी राम की मांग पर की गई।
- वाराणसी-कोलकाता इकोनॉमिक कॉरिडोर: इस परियोजना पर फोरलेन सड़क का काम प्रगति पर है, जो झारखंड के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
- 2 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं: गडकरी ने बताया कि झारखंड में कुल 2 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं संचालित की जाएंगी, जो राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेंगी।