झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पलामू की ममता कुमारी की कहानी जानने के बाद पलामू डीसी को निर्देश दिया कि अविलंब उन्हें अबुआ आवास योजना से आच्छादितकिया जाये।
दरअसल, समाचारों में आया था कि पलामू की ममता कुमारी किस प्रकास एक टूटे फूटे घर में अपने बीमारपति और चार बच्चियों के साथ इस भीषण बारिश में प्लास्टिक से ढंक कर जीवन जी रही है। इस खबर की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री हेमंतसोरेन ने स्वतः संज्ञान लेकर पलामू डीसी को पत्र लिखकर ममता कुमारी की तुरंत सहायता करने का निर्देश दिया. जिस पर पलामू डीसी ने सीएम को आश्वस्त किया कि वह इस पर अविलम्ब कार्रवाई करेंगे और ममता कुमारी को राहत पहुंचायेंगे।
बता दें कि यह कहानी नीलंबर-पीतांबरपुर के कोट खास पंचायत के सिताडीह कुशवाहा टोला की ममता कुमारी की है। जो इस भीषण बारिश में अपने टूटे-फूटे मकान में रह रही हैं और दहाली और बेबसी में प्लास्टिक को चादर बनाकर अपने बीमार पति और चार बच्चियों के साथ जीवन यापन कर रही हैं.
हालांकि ऐसा नहीं है कि मुख्यमंत्री अबुआ आवास के लिए उन्होंने प्रयास नहीं किया था. खुद ममता कुमारी कहती हैं कि एक विधायक की पत्नी जब उनके गांव आयी थीं तब उन्होंने अबुआ आवास दिलाने का वादा किया था, लेकिन उसके बाद बात आयी गयी हो गयी. तब से वह अपने टूटे-फूटे मकान में इसी तरह से जीवन यापन कर रही हैं.