राष्ट्रीय स्वच्छ भारत मिशन के तहत झारखंड के विभिन्न जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता सर्वेक्षण कार्य केंद्र सरकार की संस्था एएमएस ने शुरू कर दिया है। 1 जुलाई से शुरू हुए यह कार्य 31 अगस्त तक चलेगा। इस सर्वेक्षण के तहत जिला एवं राज्यों का राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण होता है। जिसमें उत्कृष्ट का चयन जिला एवं राज्य स्तर पर होता है। कम से कम 95 प्रतिशत रैंकिंग पाने वाले जिला और राज्यों को हर वर्ष केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री से उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया जाता है। जिसमें जिले के डीसी या विभागीय सचिव या मिशन के निदेशक इसे प्राप्त करते हैं। अगर जिला स्तर पर उतृष्ट हुआ तो डीसी या राज्य स्तर पर उत्कृष्ट होने वाले राज्यों के मिशन निदेशक या विभागीय सचिव को दिया जाता है।
इन स्तरों पर होता है सर्वेक्षण
इसके तहत गांव के स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, घरेलू एवं सामुहिक, मुहल्ले, हाट बाजार आदि स्तर पर स्वच्छता मानकों के तहत सर्वेक्षण होता है। इतना ही नहीं इसमें आम नागरिक एसबीएमएसएसजी2025 एप को मोबाइल में डाऊनलोड करके अपना-अपना फीड बैक और प्रतिक्रिया दे सकते हैं। एक जुलाई से शुरू हुए इस अभियान में अब तक झारखंड के विभिन्न जिलों के 1,69,201 लाख लोगों ने अपना फीड बैक और प्रतिक्रिया दर्ज करा चुके हैं। गत वर्ष झारखंड का रैंक 87 प्रतिशत रहा था।