विभिन्न योजनाएं जैसे- जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, आंगनबाड़ी योजनाएं आदि बहुत हद तक माँ और बच्चे के स्वास्थ को सुनिश्चित करते हैं. पर अभी भी जनसँख्या का कुछ भाग इन सारी सुविधाओ..
एक ताज एन.एफ.एच.एस. सर्वेक्षण के अनुसार, झारखण्ड के 42.9 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं और 69 प्रतिशत बच्चे और 65 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से ग्रसित हैं. ऐसी स्थिति में डब्लू.ए..